शैक्षिक वातावरण में जनरेटिव एआई: प्रतिबंध या संस्थागतकरण?
प्रौद्योगिकी और इसका तीव्र विकास हमारे दैनिक जीवन की संरचना को नया आकार देते हैं। ऐसे शक्तिशाली, हमारे अस्तित्व और अंतःक्रियाओं को नया आकार देने में सक्षम उपकरणों से जिम्मेदारी का भार बढ़ जाता है। जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के ब्रह्मांड में, यह जिम्मेदारी संस्थानों, सरकारों, कंपनियों और लोगों के लिए एक "सामूहिक बोझ" भी है।
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