"न तो, न ही" पीढ़ी: आईबीजीई का कहना है कि 12,7 में 2021 मिलियन युवाओं ने न तो पढ़ाई की और न ही काम किया
2020 की तुलना में गिरावट के बावजूद - महामारी का पहला वर्ष - 2021 में ऐसे युवाओं की संख्या जो न तो पढ़ रहे थे और न ही कार्यरत थे, 12,7 मिलियन थी, जो 25,8 से 15 वर्ष की आयु के 29% लोगों से मेल खाती है। इस राशि में से 41,9% काली या भूरी महिलाएँ, 24,3% काले या भूरे पुरुष, 20,5% श्वेत महिलाएँ और 12,5% श्वेत पुरुष थे। यह डेटा आईबीजीई द्वारा इस शुक्रवार (02) को जारी सामाजिक संकेतकों के संश्लेषण से आया है।